जगदलपुर inn24( रविन्द्र दास )अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल जगदलपुर रेलवे स्टेशन में रेलवे के अधिकारियों ने इस्ट-कोस्ट रेलवे मंडल विशाखापटनम के मंडल अभियंता, अविनाश कुमार सहायक अभियंता, मुकुंद सिंग सेक्शन इंजीनियर वर्क मनोज कुमार द्वारा ठेकेदार के साथ मिलकर गुपचुप तरीके से भूमिपूजन किया गया, जबकि इसका भूमिपूजन प्रधानमंत्री के हाथों होने की चर्चा लगातार चल रही थी।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने अमृत भारत स्टेशन में केके रेललाईन के तीन स्टेशन को शामिल किया है, जिसमें जगदलपुर रेलवे स्टेशन भी शामिल है। अमृत भारत स्टेशन का भूमिपूजन प्रधानमंत्री के हाथों करने की चर्चा चल रही थी, इसी बीच इस्ट-कोस्ट रेलवे मंडल विशाखापटनम के अधिकारियों ने गुपचुप तरीके से भूमिपूजन कर दिया। इससे स्थानीय जनप्रतिनिधियों व विभाग के अधिकारियों में भी नाराजगी है। यही नहीं आरपीएफ के बैरक का भी उद्घाटन कर दिया गया, जबकि तत्कालीन डीआरएम अनूप सतपथी ने इसे गुणवत्ताहीन होने की बात कहते हुए उद्घाटन करने से इंकार कर दिया था।
सांसद-विधायकों को भी नहीं दी जानकारी
जगदलपुर रेलवे स्टेशन में इतने बड़े कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण की जानकारी रेलवे ने स्थानीय सांसद व विधायक को भी जानकारी देना उचित नहीं समझा, जबकि इतने बड़े कार्यों के भूमिपूजन के अवसर पर आमजनों को भी शामिल किया जाना था। हालांकि रेलवे के अधिकारियों ने पहले की तरह ही मनमानी करते हुए भूमिपूजन व उद्घाटन कर दिया। आरपीएफ के आईजी के द्वारा आरपीएफ बैरक का उद्घाटन किया गया जगदलपुर स्टेशन के प्रभारी सुमेर सिंह से इस बारे में चर्चा किया तोउन्होंने कहा आरपीएफ के आईजी के द्वारा भूमि पूजन एवं उद्घाटन नहीं किया गया बल्कि आरपीएफ के स्टाफ के द्वारा भूमि पूजन और आरपीएफ बैरक का उद्घाटन किया गया उन्होंने आगे कहा कि हमारे आरपीएफ के आईजी साहब ने जो वहां पर उपस्थित थे उनसे भूमि पूजन एवं उद्घाटन करवाया उद्घाटन एवं भूमि पूजन को लेकर सत्ता पक्ष कांग्रेश एवं भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों के द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई उद्घाटन एवं भूमि पूजन कार्यक्रम में ना ही वर्तमान सांसद दीपक बैज जी को आमंत्रण किया गया और ना ही पूर्व सांसद दिनेश कश्यप को आमंत्रण दिया गया इसे लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने काफी नाराजगी देखी गई रेलवे स्टेशन आरपीएफ बैरक उद्घाटन भूमि पूजन के को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस विषय में रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव से बात करने की बात कही है इस निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे है